वो बहुत नादान सा था....
हर समय गुमशुदा सा रहता था....
ना जाने कहां से आया था वो....
हर समय गुमशुदा सा रहता था....
ना जाने कहां से आया था वो....
दिल को मेरे छुके कहा चला गया वो....
हर समय किताबो में लगा रहता था ....
कोई है उस के आस पास उस को उस से कोई मतलब नहीं रहता था....
हर समय अपनी मस्ती में मस्त रहता था।....
ऐसा था वो, ना जाने कहां से आया था वो....
मीठी सी हवा और खुशी ले के....
और कहा चला गया वो....
बहुत देखा ना मिला वो....
हर समय किताबो में लगा रहता था ....
कोई है उस के आस पास उस को उस से कोई मतलब नहीं रहता था....
हर समय अपनी मस्ती में मस्त रहता था।....
ऐसा था वो, ना जाने कहां से आया था वो....
मीठी सी हवा और खुशी ले के....
और कहा चला गया वो....
बहुत देखा ना मिला वो....
में अपने कॉलेज के समय की बात कर रही हूं।
में ने Collage में एडमिशन लिया और 1 year में नए बच्चे आए थे....
उन में ही था वो नाम था पीयूष....
वो शर्मिला था और बहुत मासूम सा दिखता था ।
हर समय सीनियर के हाथो पिस्ता रहता था।
सीनियर हर समय उस को परेशान करते रहते थे।
ना कोई दोस्त था ना कोई दुशमन उस का।
फिर भी वो हर किसी का काम हस्ते हस्ते कर दिया करता था....
Class में सब की मदद करता था वो।
में उस से बात करने की कोशिश करती तो मुस्कुरा ☺️ के चला जाता था वो.....
ना जाने कहां से आया था वो
और ना जाने कहां चला गया वो
बस मेरी यादों में दफन कर के अपनी यादों को चला गया वो
जब हम कॉलेज में थे तो हमारी 1 year के exam के बाद छुट्टी हुई तो सब के मम्मी पापा आए सब बच्चो को लेने और सब अपने मम्मी पापा के साथ चले गए थे मेरे भी मम्मी पापा आ रहे थे में बहुत दूर शहर से थी तो थोड़ा लेट हो गए मेरे मम्मी पापा में अकेली ही रह गई थी
में अपने मम्मी पापा का इंतजार कर रही थी
तभी मेरी नजर उस लड़का पर पड़ी वो अकेला ही अपने सामान को ले के हॉस्टल से जा रहा था।
उस के परिवार में से कोई नहीं आया था।
में उस के पास जैसे ही जाने लगी तभी मेरे मम्मी पापा आ गए और में उन के साथ अपने घर चली गई।
में हर समय उस के बारे में ही सोचती रहती थी ।
ना जाने क्या हुआ था मेरे को हर समय बस पीयूष की ही याद रहती थी।
में ने उस को सोशल मीडिया पर अपने सब लड़को की ID में देखा वो मेरे को कहीं नहीं मिला ।
मेरे को कोई जानकारी नहीं थी उस के बारे में कहा से था वो।
कुछ दिन बाद में अपनी दोस्त से बात कर रही थी तब मेरे को उस लड़का के बारे में पता लगा कि अनाथ आश्रम से था वो।
उस का कोई ना था इस दुनिया में ।
फिर में ने उस अनाथ आश्रम को गूगल पर देखा और उन के बच्चो में था वो ।
उस की सोशल मीडिया की id भी मिल गई थी उस अनाथ आश्रम से मेरे को।
में ने उस को मैसेज किया Hi
उस ने सीन कर के मैसेज छोड़ दिया
उस का कोई मैसेज नहीं आया था।
कुछ दिन बाद एक Hi आई
में ने तुरन्त पूछा कैसे हो और कहा हो ।
उस ने उत्तर दिया और हमारी बात शुरू हुई ।
दोनों के बीच अब रोज बात होने लगी थी सोशल मीडिया से।
और वो बाते मेरे को उस के प्रति बहुत आकर्षित करती थी।
हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे ।
फिर कॉलेज शुरू हुए हम सब आए हम अब बहुत समय साथ रहते थे क्लास में एक दूसरे की मदद करते थे ।
मेरे को उस के प्रति कुछ कुछ होने लगा था।
जादा तरफ मेरे दिमाग में उस की ही बाते चलती रहती थी।
मेरा मन उस पर अधिक और पढ़ाई में कम लगने लगा था।
पर वो हम दोनों में एक दोस्ती ही मानता था उस से आगे कुछ नहीं रखता था वो ।
ऐसे ही अभी एग्जाम कॉलेज ख़तम हुआ और हम दोनों अपने अपने घर चले गए ।
में उस से आज तक प्यार करती हूं । और उस की फोटो देखती रहती हूं।
वो अपनी DP change कर लेता है...
फिर उसकी नूर में, चूर मेरा दिल हो जाता है
Like 👍 जगह ,Love 💖 react करने को जी चाहता है
Nice Pic के आगे भी
बहुत Comments है...
पता है
पर क्या करु
जब Reply में उस का रूखा सूखा Thanks ही आता है
किसी पुरानी Collage की फोटो में जब उसे
Mention करू तो उम्मीद ये होती है
की कुछ अच्छा सा Reply करेगा....
पर अब तो Comments में भी.....
Reaction Available है 😍
उस की फोटो देख कर उस से सारी बात करती रहती हूं
ना....
पागल नहीं हूं उसके लिए...
फिर क्यों पागल जैसी करती रहती हूं...
☺ इस Emoji के पीछे...
मैने लाख Feeling दवाई हुई है
चल फोटो से ही सही
आंखे तो मिलाओ...👀
और बड़ी - बड़ी बातें करती हूं
बोरिंग ही सही पर हर अल्फाज़ उस पर ही लिखती हूं...
ना जाने कब उस से दिल मिलेगा..
ना जाने कब वो मेरा होगा....
I LOVE YOU ❤️❤️
Thank you....
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